वैदिक ज्योतिषकृती सार
आपके जीवन की अनिश्चितताओं को संकुचित करने का एक सार्थक प्रयास !

VEDIC JYOTISHKRTI (ASTROLOGY & VASTU)
ज्योतिष शास्त्र के विषय में वराहमिहिर का कहना है कि पूर्व जन्म में किए गये शुभाशुभ कृत्य उसको यह शास्त्र उसी प्रकार व्यक्त कर देता है जिस प्रकार अंधकार में छिपी वस्तुओं को प्रकाश प्रकाशित कर देता है। ज्योतिष शास्त्र की महत्ता को प्रदर्शित करते हुए कहा गया कि-ज्योतिःशास्त्रमिदम पुण्यम प्राहुर्नयविदों बुधा:,स्वतः प्रामाण्यमस्यास्ति सत्यं प्रत्यक्षतो यतः॥ हम वैदिक ज्योतिषकृती हैं। ज्योतिष वेदांगो में अत्यधिक महत्वपूर्ण माना गया है । इसके माध्यम से आपके जीवन की समस्याओं के कारक ग्रहों का पता लगा कर उनके दोषनिवारण हेतु यथोचित उपायों द्वारा आप अपनी समस्याओं पर काफी हद तक अंकुश लगा सकते है । ज्योतिषकृती स्वयं ज्योतिष और कृति का मिलन है। जहां ज्योतिष, जैसा कि व्यापक रूप से जाना जाता है, आपकी कुंडली में उपस्थित विभिन्न योगों के पूर्वानुमानीत विश्लेषण के माध्यम से आपके भविष्य की संभावित घटनाओं का प्रारूप बनाने के लिए एक सिद्ध विज्ञान है। "कृति" का अर्थ है रहस्यवादी चिकित्सा, चिकित्सा विज्ञान की समझ से परे एक चिकित्सा।
वैदिक ज्योतिषकृती विशिष्टता
वैदिक ज्योतिषकृती टीम दशकों से ज्योतिष एवं कर्मकांड से सम्बंधित सेवाएं प्रदान करती आ रही है | वैदिक ज्योतिषकृती के संस्थापक सदस्यों ने ज्योतिष एवं कर्मकांड का ज्ञान अपने पूर्वजों से प्राप्त करके दशकों से चलती आयी परंपरा को जाग्रत रखा हैं। अतःएव आप जब भी किसी वैदिक ज्योतिषकृती के सदस्य से ज्योतिष सम्बंधित मार्गदर्शन या कर्मकांड सम्बंधित विषयों पर सलाह लेते है ; उस सलाह मे सिर्फ उनका अनुभव ही नहीं अपितु उनके पूर्वजो के ज्ञान का भी प्रतिबिम्ब प्रत्यक्ष होता है।
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